मुझे उस जगह से भी मोहब्बत हो जाती है, . .
जहाँ बैठ कर मैं एक बार उसे सोच लेता ह....🚶
कुछ तो धड़कता है, रूक रूक कर मेरे सीने में... अब खुदा ही जाने, तेरी याद हैया मेरा दिल —
हमेँशा हँसते रहिये॥एक दिन जिदँगी भी थक जाएगी,आपको तँग करते करते॥
मेरे बस मे हो तो लहरों को इतना हक भी ना दू...
लिखू नाम तेरा किनारे पे और
लहरो को छुने तक ना दू ..!!
यूँ तो अफसाने कई हैं , पर जाने क्यूँ कुछ लिखने का ख्याल....
तुमसे ही शुरू होता है , और तुमपे ही ख़त्म....
जहाँ बैठ कर मैं एक बार उसे सोच लेता ह....🚶
कुछ तो धड़कता है, रूक रूक कर मेरे सीने में... अब खुदा ही जाने, तेरी याद हैया मेरा दिल —
हमेँशा हँसते रहिये॥एक दिन जिदँगी भी थक जाएगी,आपको तँग करते करते॥
मेरे बस मे हो तो लहरों को इतना हक भी ना दू...
लिखू नाम तेरा किनारे पे और
लहरो को छुने तक ना दू ..!!
यूँ तो अफसाने कई हैं , पर जाने क्यूँ कुछ लिखने का ख्याल....
तुमसे ही शुरू होता है , और तुमपे ही ख़त्म....
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