निगाहो को जरा झुका लीजिए जनाब..
मेरे मजहब में नशा हराम है ।
तेरी यादों के लम्हे उन पुराने
गानो की तरह .
जिनको कितना भी दौहराओ हर बार नये
ही लगते है..
इश्क का धंधा बड़ा ही गन्दा..
मुनाफे में "जेब" जले..
और घाटे में "दिल"
लडकियाँ तो आजभी मेरी दिवानी है। 😙पटाना कोई मुसकिल कामनही, बस सिर्फ लोगों के दिल तोड़ना छोड़दिया है...😀 ~••●•●8⃣●•●••~
मत सोना दोस्तों के कंधे पर सर रखकर,,
क्यूंकि जब ये बिछड़ते है, तो तकिये पर
भी नींद
नहीं आती..!!
मेरे मजहब में नशा हराम है ।
तेरी यादों के लम्हे उन पुराने
गानो की तरह .
जिनको कितना भी दौहराओ हर बार नये
ही लगते है..
इश्क का धंधा बड़ा ही गन्दा..
मुनाफे में "जेब" जले..
और घाटे में "दिल"
लडकियाँ तो आजभी मेरी दिवानी है। 😙पटाना कोई मुसकिल कामनही, बस सिर्फ लोगों के दिल तोड़ना छोड़दिया है...😀 ~••●•●8⃣●•●••~
मत सोना दोस्तों के कंधे पर सर रखकर,,
क्यूंकि जब ये बिछड़ते है, तो तकिये पर
भी नींद
नहीं आती..!!
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