इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम
पर.. ,!!!!!
चुकाने की बात करो तो कुछ किश्तें तय कर लें…??
छोड़ दो किसी से वफ़ा की आस,
ए दोस्त जो रुला सकता है,
वो भुला भी सकता है.
बहुत नजदीक से गुजरे वो बेखबर बनकर |
कल तलक साथ थे जो मेरे हमसफर बनकर
भरी बरसात में उड़ के दिखा माहिर परिंदे…
सूखे मौसम में तो तिनके भी सफ़र कर लेते है..
ऐ दिल तू क्यों खुश होता है,
सिर्फ मौसम बदला है लोग नहीं ...
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