Tuesday 7 October 2014

HINDI 123

1>>>>  वो तो उलझे हुए थे हम दुनियादारी में,
वरना मोहब्बत करने पर जो आ जाते,
तो उन्हें अपना बनाकर ही दम लेते..!!

2>>>>>  बहुत देर करदी तुमने मेरी धडकनें महसूस करने में..!
वो दिल नीलाम हो गया,.,..,..
जिस पर कभी हकुमत तुम्हारी थी...!!!

3>>>>>  सिखा दिया वक्त ने मुझे अपनों पे भी शक करना वरना,
मेरी तो फितरत थी गैरों पे भी भरोसा करन

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