1>>> जन्नत की गलियों के ख्वाब क्यूँ देखूं...अगर हम सारे दोस्तसाथ होंगे
तो नरक में भी मस्ती होगी...
2>>> शौक से तोड़ो दिल मेरा मैं क्यों परवाह करूँ...
तुम ही रहते हो इसमें अपना ही घर उजाड़ोगे...!!!
3>>> अब किसि ओर से मोहोबत करलु तो सिकायत मत करना क्युकि ये बुरि आदत भि मुजे तुमसे हि मीलि ह.े
4>>> होंगे आप अपने शहर के नवाब,हम गर गुलाम है तो सिर्फ अपने खुदा के____
5>>> पाना है जो मुकाम वो अभी बाकी है , अभी तो सिफृ लोगो ने सुना है मेरा नाम , उस नाम कि पहचान बनाना अभी बाकि है!!
तो नरक में भी मस्ती होगी...
2>>> शौक से तोड़ो दिल मेरा मैं क्यों परवाह करूँ...
तुम ही रहते हो इसमें अपना ही घर उजाड़ोगे...!!!
3>>> अब किसि ओर से मोहोबत करलु तो सिकायत मत करना क्युकि ये बुरि आदत भि मुजे तुमसे हि मीलि ह.े
4>>> होंगे आप अपने शहर के नवाब,हम गर गुलाम है तो सिर्फ अपने खुदा के____
5>>> पाना है जो मुकाम वो अभी बाकी है , अभी तो सिफृ लोगो ने सुना है मेरा नाम , उस नाम कि पहचान बनाना अभी बाकि है!!
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